यूनिवर्स (परमपिता परमेश्वर) से बात करने की विधि
आप जब भी परेशान होते हैं, किसी उलझन में होते हैं, या कोई निर्णय नहीं ले पाते, तो आपको किसी ऐसे व्यक्ति की ज़रूरत महसूस होती है जो बिना जज किए आपकी बात सुने और सही मार्गदर्शन दे। लेकिन आजकल की व्यस्त ज़िंदगी में ऐसे लोग मिलना मुश्किल हो गया है।
इसलिए, सबसे अच्छा समाधान यह है कि आप यूनिवर्स (परमपिता परमेश्वर) से खुद बात करें। यूनिवर्स से बात करने का एक सरल और प्रभावी तरीका है, जिससे आप अपने जीवन में आने वाली समस्याओं के समाधान पा सकते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।
यूनिवर्स से बात करने का सही तरीका
1. सही समय चुनें
यूनिवर्स से बात करने के लिए दो सबसे उपयुक्त समय हैं:
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सुबह ब्रह्म मुहूर्त (4:00 AM – 5:00 AM):
यह समय सबसे पवित्र माना जाता है। इस समय वातावरण पूरी तरह शांत होता है, और ब्रह्मांड की शक्तियाँ सक्रिय होती हैं। अगर आप इस समय जागकर यूनिवर्स से बात करते हैं, तो आपकी बातें जल्दी सुनी जाती हैं और उनका असर भी तेज़ी से दिखता है। -
शाम को खुले आसमान के नीचे:
यदि आप सुबह जल्दी नहीं उठ सकते, तो दूसरा बेहतरीन समय है शाम का समय, जब सूरज ढलने के बाद चारों तरफ शांति होती है। अगर आपके घर की खिड़की से, बालकनी से, या छत से खुला आसमान दिखता है, तो वहां बैठकर भी आप यूनिवर्स से जुड़ सकते हैं।
2. मन को शांत करें
जब आप यूनिवर्स से बात करने बैठें, तो सबसे पहले अपने मन को शांत करें। इसके लिए:
- गहरी सांसें लें – कुछ मिनटों तक डीप ब्रीदिंग (Deep Breathing) करें, जिससे आपके अंदर की सारी नकारात्मकता बाहर निकल जाए।
- मोबाइल और अन्य डिवाइसेज़ से दूर रहें – इस दौरान किसी भी तरह के डिस्ट्रैक्शन से बचें।
- ध्यान केंद्रित करें – बस अपने मन में यह भाव लाएं कि अब आप परमपिता परमेश्वर (यूनिवर्स) से बात करने जा रहे हैं।
3. अपनी बात कहें
अब आपको बिल्कुल खुलकर अपनी सारी बातें यूनिवर्स से कहनी हैं, जैसे कि आप अपने सबसे करीबी दोस्त या माता-पिता से कह रहे हों।
- कोई भी भाव हो, उसे व्यक्त करें – चाहे खुशी हो, डर हो, उलझन हो, या कोई बड़ा सपना, सब कुछ बोलें।
- यूनिवर्स से मार्गदर्शन मांगें – अगर आप किसी समस्या से परेशान हैं, तो उससे कहें:
- "मुझे इस समस्या का हल नहीं मिल रहा, कृपया मेरी मदद करें।"
- "मैं बहुत कन्फ्यूज़ हूँ, मुझे सही रास्ता दिखाइए।"
- बिना झिझक और संकोच के कहें – यूनिवर्स आपको कभी जज नहीं करता, इसलिए बिल्कुल ईमानदारी से अपने मन की हर बात कहें।
4. भरोसा रखें और उत्तर की प्रतीक्षा करें
जब आप यूनिवर्स से अपनी समस्या शेयर कर लें, तो अब उसका समाधान पाने के लिए भरोसा बनाए रखें।
- यूनिवर्स कभी भी सीधा जवाब नहीं देता, लेकिन यह आपको संकेतों के रूप में उत्तर देता है।
- कभी कोई व्यक्ति अचानक आपकी समस्या का समाधान बता सकता है, कभी कोई किताब या वीडियो आपके जवाब दे सकता है, और कभी आपकी अंतरात्मा खुद ही सही दिशा का अहसास दिला सकती है।
- आपको बस इन संकेतों को पहचानना और समझना होगा।
5. निरंतरता बनाए रखें (28 दिनों तक इस विधि का पालन करें)
यूनिवर्स से बात करने का सबसे बड़ा रहस्य यह है कि आपको निरंतरता बनाए रखनी होगी।
- अगर आप इस विधि को कम से कम 28 दिनों तक लगातार करते हैं, तो आपको खुद फर्क महसूस होने लगेगा।
- आपकी सोच पहले से ज्यादा स्पष्ट होगी, और आपके जीवन की उलझनें धीरे-धीरे सुलझने लगेंगी।
- आपकी आत्मा और ब्रह्मांड के बीच एक गहरा संबंध बन जाएगा, जिससे आप खुद को अधिक शक्तिशाली और शांत महसूस करेंगे।
आपकी ज़िंदगी में क्या बदलाव आएंगे?
अगर आप इस विधि को सही तरीके से अपनाते हैं, तो आपको निम्नलिखित बदलाव महसूस होंगे:
✔ मन की शांति: आपको अंदर से एक अद्भुत शांति महसूस होगी।
✔ स्पष्टता: आपको अपने जीवन के हर फैसले में अधिक स्पष्टता मिलेगी।
✔ आत्मविश्वास: आपके अंदर आत्मविश्वास बढ़ेगा और किसी भी समस्या से घबराहट नहीं होगी।
✔ सही निर्णय लेने की क्षमता: जब भी आप किसी दुविधा में होंगे, यूनिवर्स आपको सही दिशा दिखाएगा।
✔ जीवन में सकारात्मकता: आपकी सोच सकारात्मक हो जाएगी, जिससे आपका जीवन और बेहतर बनेगा।
निष्कर्ष
यूनिवर्स से बात करना किसी धर्म या पूजा-पाठ से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक प्रक्रिया है, जो हमें हमारे अवचेतन मन (Subconscious Mind) से जोड़ती है।
अगर आप अपने जीवन में कुछ बदलाव चाहते हैं, तो इस विधि को अपनाइए और परमपिता परमेश्वर से एक गहरा संबंध बनाइए। यह आपको वह सब कुछ देगा, जिसकी आपको ज़रूरत है।
आप भी इस विधि को आज़माकर देखिए और अपने अनुभव साझा करिए!